MA Economics Syllabus In Hindi:- यदि आप ग्रैजुएशन कर चुके हैं और पोस्ट ग्रैजुएशन एमए इकोनॉमिक्स से करना चाहते हैं तो हम आपको इस कोर्स से संबंधित चीजों के बारे में विस्तार से बताएंगे इसलिए हमारे द्वारा लिखे गए इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें.
MA इकोनॉमिक्स क्या है?
MA इकोनॉमिक्स एक 2 साल की पोस्ट ग्रैजुएशन डिग्री होती है इसमें स्टूडेंट आर्थिक विकास की बारीकियों और उससे जुड़ी सभी शाखाओं का विस्तृत रूप से अध्ययन करता है इस कोर्स में मॉनेटरी इकोनॉमिक्स, ऐलीमेंट्री स्टेटिस्टिक्स और अंतराष्टीय व्यापार से जुड़े विषयों पर ज्ञान दिया जाता है कोर्स में आगे बढ़ते हुए आने वाले चरणों में छात्रों को चीज़ो की खपत और उत्पादन के साथ साथमार्किट सप्लाई से जुड़ी सभी एक्टिविटीज़ के बारे में जानकारी दी जाती है एक प्रोफेशनल MA इकोनॉमिक्स डिग्री होल्डर अपने ज्ञान और डिग्री के आधार पर सरकारी और प्राइवेट सेक्टर दोनों में ही भविष्य बना सकता है बैंकिंग, फाइनेंशियल इंस्टिट्यूशन, लेबरमार्केट्स कुछ टॉप वर्किंग एरियाज़ हैं जहाँ एक MA इकोनॉमिक्स के छात्र के लिए नौकरी की संभावना बन सकती है.
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एमए इकोनॉमिक्स कोर्स का महत्व
- एमए इकोनॉमिक्स कोर्स करने के बाद आप सरकारी और प्राइवेट दोनों सेक्टर में जॉब प्राप्त कर सकते हैं.
- कोर्स को करने से आपको फाइनैंस और बैंकिंग से संबंधित ज्ञान प्राप्त होता है.
- रिसर्च एनालिस्ट, फाइनैंस कंट्रोलर, फाइनैंस ऑफिसर प्रोजेक्ट मैनेजर जैसे पदों पर कार्य करने के लिए एमए इकोनॉमिक्स कोर्स कर सकते हैं.
- इस कोर्स को करने के बाद हाई सैलरी वाली पोस्ट पर नियुक्ति हो सकती है.
- आप बैंकिंग, सरकारी सेवा,लेखा आदि क्षेत्र में करियर बना सकते हैं.
- आप फाइनैंस से रिलेटेड बड़ी बड़ी कंपनियों में काम कर सकेंगे.
- आप भारत के अलावा विदेशों में भी जॉब प्राप्त कर सकेंगे
- एमए इकोनॉमिक्स आप आर्थिक सिद्धांत, माइक्रोनॉमिक्स, सांख्यिकी, आर्थिक विकास, वित्तीय अर्थशास्त्र आदि शाखाओं से कर सकते हैं और ज्ञान प्राप्त कर सकते हैं.
एमए इकोनॉमिक्स कोर्स के लिए योग्यता
यदि आप एमए इकोनॉमिक्स पोस्ट ग्रैजुएशन कोर्स करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको महाविद्यालयों द्वारा निर्धारित सभी पात्रता मापदंडों को पूरा करना होगा जोकि निम्नलिखित है-
इसके लिए स्टूडेंट को सबसे पहले 12वीं पास करनी होगी जिसमे 50% से ज्यादा अंक होने चाहिए उसके बाद किसी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से इकोनॉमिक्स में ग्रैजुएशन की डिग्री प्राप्त करनी होगी ग्रैजुएशन में 50% से ज्यादा अंक होने चाहिए यदि कॉलेज में एडमिशन प्रवेश परीक्षा के आधार पर हो तो प्रवेश परीक्षा पास करनी होगी.
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MA इकोनॉमिक्स में विषय और सिलेबस
MA इकोनॉमिक्स 2 वर्ष की मास्टर डिग्री होती है जिसे हमने सेमेस्टर अनुसार बांटकर उसमें आने वाला विषयों और सिलेबस के बारे में नीचे दिए गए टेबल में बताया है-
पहला वर्ष
सेमेस्टर 1 | सेमेस्टर 2 |
माइक्रोइकोनॉमिक्स एनालिसिस | क्वांटिटेटिव मेथड्स |
इंटरनैशनल ट्रेड | स्टेटिस्टिक्स एंड कंप्यूटर एप्लीकेंट्स |
एलीमेंट्री स्टेटिस्टिक्स | इंटरनैशनल फाइनेंस |
मॉनेटरी स्टेटिस्टिक्स | थ्योरी ऑफ़ प्रैक्टिसिंग एंड डिस्ट्रीब्यूशन |
इलेक्टिव 1 | ग्रोथ एंड डेवलपमेंट ऑफ़ इकोनॉमिक्स |
इंटरनेशनल फाइनेंस | – |
दूसरा वर्ष
सेमेस्टर 3 | सेमेस्टर 4 |
इकोनॉमिक्स ऑफ़ ग्रोथ | इंट्रोडक्ट्री मैथमेटिकल इकोनॉमिक्स |
पब्लिक इकोनॉमिक्स | सिलेक्टेड प्रोब्लस ऑफ़ द इंडियन इकॉनमी |
इकोनॉमिक्स ऑफ़ इंडस्ट्री | इकोनॉमिक्स ऑफ़ एग्रीकल्चर |
इश्यूज़ इन इंडियन/ फॉरेन इकॉनमी | ग्रोथ मॉडल्स इन इकोनॉमिक्स |
इलेक्टिव-2 | इंटरनैशनल फाइनेंस |
इंडियन पब्लिक फाइनेंस | – |
एमए इकोनॉमिक्स कोर्स के सब्जेक्ट
- पब्लिक फाइनैंस
- इंटरनेशनल ट्रेड
- मार्केट्स एंड फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशंस
- मनी एंड बैंकिंग
- एनवायरमेंटल इकोनॉमिक्स
- डेमोग्राफिक के इकोनॉमिक्स
- इंश्योरेंस इकोनॉमिक्स
- गेम थ्योरी
- जेंडर एंड डेवलपमेंट इकोनॉमिक्स
- इनफ्रास्ट्रक्चर इकोनॉमिक्स
- सेक्टर्स ऑफ द इंडियन इकोनॉमिक्स
- व्यवहार इकोनॉमिक्स
एमए इकोनॉमिक्स कोर्स में एडमिशन के लिए आवश्यक दस्तावेज
- आवेदक का आधार कार्ड
- पैन कार्ड
- आय प्रमाणपत्र
- निवास प्रमाण पत्र
- प्रवेश परीक्षा का रिपोर्ट कार्ड
- 10वीं कक्षा की मार्कशीट
- 12वीं की मार्कशीट
- स्नातक की डिग्री
- पासपोर्ट साइजफोटोग्राफ
एमए इकोनॉमिक्स कोर्स की फीस
एमए इकोनॉमिक्स कोर्स की फीस आपके द्वारा चुने गए शिक्षण संस्थानों पर निर्भर करती है क्योंकि सरकारी कॉलेज की अपेक्षा प्राइवेट कॉलेजों में फीस ज्यादा पड़ती है जहाँ सरकारी कॉलेजों में ₹15,000 से लेकर ₹20,000 प्रतिवर्ष में आप कोर्स कर सकते हैं वहीं प्राइवेट कॉलेज में एमए इकोनॉमिक्स कोर्स करने के लिए आपको ₹60,000 से लेकर ₹70,000 प्रतिवर्ष तक फीस का भुगतान करना पड़ सकता है.
एमए इकोनॉमिक्स कोर्स के लिए टॉप यूनिवर्सिटीज़
- दिल्ली स्कूल ऑफ़ इकोनॉमिक्स
- इंडियन स्टैटिस्टिकल इंस्टिट्यूट, दिल्ली
- इंदिरा गांधी इंस्टिट्यूट ऑफ़ डेवलपमेंट रिसर्च, मुंबई
- मद्रास स्कूल ऑफ़ इकोनॉमिक्स
- सेंटर ऑफ़ डेवलपमेंट स्टडीज़, केरल
- गोखले इंस्टिट्यूट ऑफ़ पॉलिटिक्स एंड इकोनॉमिक्स, पुणे
- हैदराबाद स्कूल ऑफ़ इकोनॉमिक्स
- जामिया मिलिया इस्लामिया, दिल्ली
- स्कूल ऑफ़ सोशल साइंसिस, जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी, दिल्ली
- फर्गसन कॉलेज, पुणे
- मिरांडाहॉउस, दिल्ली
- मद्रास क्रिस्चियन कॉलेज, चेन्नई
- लोयोला कॉलेज, चेन्नई
- संत जोसेफ़ कॉलेज, केलिकट
एमए इकोनॉमिक्स कोर्स के बादरोज़गार क्षेत्र
- हैल्थकेयर
- टेली कम्युनिकेशन
- एनवायर्नमेंटल सेक्टर्स
- गवर्नमेंट ऑर्गनाइज़ेशन
- NGOs
- प्राइवेट कंपनीज़
- बैंकिंग एंड फाइनेंस सेक्टर
- इंश्योरेंस सेक्टर
- रिसर्चइंस्टिट्यूट
- अकादमी
एमए इकोनॉमिक्स कोर्स की जॉब प्रोफाइल
- रिसर्च एनालिस्ट
- डेटा एनालिस्ट
- इकोनॉमिस्ट
- प्रोजेक्ट मैनेजर
- पॉलिसी रिसर्चर
- स्ट्रेटजी एनालिस्ट
- क्रेडिट ऑफिसर रिटेल
- स्टॉक ब्रोकर
- पॉलिसी एनालिस्ट
- लेक्चरर
- रिस्क एनालिस्ट
- रिस्क मैनेजर
- मार्केटिंग कंसलटेंट
- इन्वेस्टमेंट एनालिस्ट
- ट्रेड एनालिस्ट
- रिसर्च असोसिएट
- डायरेक्टर ऑफ़ ऑपरेशन्स
एमए इकोनॉमिक्स कोर्स के बाद सैलरी
किसी कोर्स या जॉब को करने से पहले व्यक्ति के मन में उससे मिलने वाले वेतन के बारे में जानने की जिज्ञासा जरूर होती है तो हम आपको बता दें की एमए इकोनॉमिक्स कोर्स करने के बाद आपको शुरुआती समय में 3-5 लाख रुपये सालाना मिल सकता है कैंडिडेट की सैलरी इस बात पर भी निर्भर करती है की आप किस सेक्टर में काम करने का विकल्प चुनते है समय अनुसार जैसे जैसे कैंडिडेट की स्किल्स और अनुभव बढ़ता जाता है सैलरी में भी इजाफा होता है एक तजुर्बेकार और स्किल्ड एम्प्लॉई की सैलरी 8-12 लाख हो सकती है.
आशा है कि आपको हमारे द्वारा लिखा गया आज का यह लेख “एमए इकोनॉमिक्स क्या होता है” पसंद आया होगा यदि आपको ऐसे ही किसी अन्य विषय के बारे में जानकारी चाहिए तो आप हमें कमेंट कर सकते हैं.